शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan
शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम।
nice...
ReplyDeleteaccha likha hai.....
स्वागत है।
ReplyDelete"खुद को दुनिया से छिपा कर रखना ।"
काहे भाई ? अरे छिप कर रहना था तो ब्लॉगरी की दुनिया में क्यों आए? खूब लिखो, पढ़ो और पढ़ाओ। छुप्पा छुप्पी से क्या हासिल? ;)
स्वागत है.शुभकामनायें.
ReplyDeleteAchchh laga
ReplyDeletebahut hi sundar hai.
likhte rhiye
meri shubhkamnaye..........
har kisi se rishta bana kar rakhna........
ReplyDeletebahut umda !
very nice.narayan narayan
ReplyDeleteब्लॉग जगत में आपका स्वागत है
ReplyDeleteआप की रचना प्रशंसा के योग्य है . आशा है आप अपने विचारो से हिंदी जगत को बहुत आगे ले जायंगे
ReplyDeleteलिखते रहिये
चिटठा जगत मे आप का स्वागत है
गार्गी
हिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका हार्दिक स्वागत है.....
ReplyDeleteअपने दिल को पत्थर का बना कर रखना , .......
उड़ना हवा में खुल कर लेकिन,
अपने कदमों को ज़मी से मिला कर रखना । .....
छाव में माना सुकून मिलता है बहुत ,
फिर भी धूप में खुद को जला कर रखना । .........
रातभर जाग कर रोना चाहो जो कभी ,
अपने चेहरे को दोस्तों से छिपा कर रखना । ............
बहुत बेहतरीन पंक्तियाँ.... गजब.
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
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