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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
Home » Hindi Shayari » वो रुठे इस कदर

वो रुठे इस कदर

वो रुठे इस कदर की मनाया ना गया,

दुर इतने हो गऐ की पास बुलाया ना गया,

दिल तो दिल था समुन्द्र का साहील नही,

लिख दिया नाम तो फिर मिटाया ना गया ।

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