Skip to main content

Featured

अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...

ये कौन है



ये कौन है जो ऐसे मुझे खोल रहा है

मुझ में है मगर मुझसे अलग बोल रहा है


रख देता है ला ला के मुकाबिल नए सूरज

वो मेरे चरागों से कहाँ बोल रहा है


मेरा-जमाना कभी कुछ है तो कभी कुछ

तू कैसे तराजू में मुझे तोल रहा है

Comments