Skip to main content

Featured

शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
Home » Dosti Shayari Love Shayari » मेरे आँगन मे तेरी महक

मेरे आँगन मे तेरी महक


मेरे आँगन मे तेरी महक अब भी बाकी है,
मेरी यादों मे तेरी कसक अब भी बाकी है,
तोडने से रिश्ते कभी टुटते नही..
मेरे ख्यालो में तेरी झलक अब भी बाकी है..

अब भी गुँजती है कानो में हँसी तेरी..
अब भी बसी है दिल मे सादगी तेरी..
मिट चुके हैं कदमो के निशाँ लेकिन..
तेरे कदमों कि आहट अब भी बाकी है..

मेरी दहलीज का पत्थर भी तुझे नही भूला..
तेरे इंतजार मे है दरवाजा अब भी खुला..
कैसे कह दूँ कुछ नही बचा हमारे बीच..
तेरे घर से मेर घर तक की सडक अब भी बाकी है..

कसक लगी है दिल की हर धडकन मे तेरी.
कि तेरे लौटने की आस अब भी बाकी है..


Comments