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शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
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फुर्सत किसे - Fursat kise


फुर्सत किसे है ज़ख्मों पे मरहम लगाने की,

निगाहें बदल गयी अपने और बेगाने की,

तू न छोड़ना दोस्ती का हाथ, वरना

तम्मना मिट जायेगी कभी दोस्त बनाने की ||



Fursat kise hai jakhmo pe marham lagane ki,

Nigahe badal gai apne aur begane ki,

Tu na chodna dosti ka hath, varna...

Tamana mit jayegi kabhi dost banane ki...

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