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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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सोच - Soch


सोच

  1. फूल बन कर क्या जीना,
    एक दिन मुरझा जाओगे,
    और दफना दिये जाओगे,
    जीना है तो पत्थर बन के जियो,
    कभी तराशे गये तो खुदा कहलाओगे !!!


  2. जियो तो फूल बन कर,
    ताकि किसी की ज़िन्दगी महका सको,
    पत्थर बन कर क्या जीना,
    किसी ने नही तराशा तो,
    ठोकर तो न खा सको !!!






Soch

  1. Fool ban kar kya jeena,
    Ek din murjha jaoge,
    Aur daffna diye jaoge,
    Jeena hai to pathar ban k jiyo,
    Kabhi tarashe gaye to Khuda kehlaoge !!

  2. Jiyo to fool ban kar,
    Takki kisi ki jindgi ko mehka sako,
    Pathar ban kar kya jeena,
    Kisi ne nahi tarasha to...
    Thokar to na kha sako...!!

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