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हैप्पी लोहड़ी शायरी 2024 - Happy Lohri Shayari 2024

इस लोहड़ी पर सबसे प्यारी शायरी से दें अपनों को हार्दिक शुभकामनाएं लोहड़ी पर्व भारत में प्रसिद्ध है और पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व मकर संक्रांति के पूर्व शाम को मनाया जाता है, जब सूर्य अपने उत्तरायण में प्रवेश करता है। इसे अग्नि का पर्व भी कहा जाता है, जिसमें लोग आग के आसपास इकट्ठा होते हैं , नाचते-गाते हैं और रात भर जलती हुई आग के आसपास मिलकर खाने-पीने का आनंद लेते हैं। इस त्योहार का महत्व है फसलों की फसल को समर्पित करना और धन की बरक्कत के लिए धन्यवाद देना। The Lohri festival is celebrated with great enthusiasm in Punjab, Haryana, Himachal Pradesh, and Delhi in India. This festival is observed on the eve of Makar Sankranti when the sun enters its northward journey. Also known as the festival of fire, people gather around bonfires, sing and dance, and enjoy food and drinks throughout the night. The significance of this festival lies in dedicating it to the harvest of crops and expressing gratitude for the blessings of wealth. इस से पहले क

ਭਗਤ ਸਿੰਘ - Bhagat Singh

शहीद भगत सिंह ( 1907-1931) 



ਚਰਖਿਆਂ ਨਾਲ ਦੇਸ਼ ਆਜਾਦ ਨਹੀ ਹੋਈਆ,
  ਐਵੇਂ ਲੋਕ ਗਾਂਧੀ ਵਰਗੀਆਂ ਨੂੰ ਸੇਹਰਾ ਬਨਾਈ ਫਿਰਦੇ..
ਓਹਨਾ ਦੀਆਂ ਧੋਤੀਆਂ ਨਾਲ ਨੀ ਅੰਗਰੇਜ਼ ਸਰਕਾਰ ਹੀਲੀ,
  ਫੋਟੋ ਜਿਨ੍ਹਾ ਦੀ ਨੋਟਾਂ ਤੇ ਛਪਾਈ ਫਿਰਦੇ..
ਖੂਨ ਡੋਲ ਕੇ ਜਿਨ੍ਹਾ ਲਈ ਆਜਾਦੀ,
  ਕੁਰਬਾਨੀ ਉਹਨਾ ਦੀ ਅੱਜ ਦਿਲੋ ਭੁਲਾਈ ਫਿਰਦੇ..
ਭੁਲ ਕੇ ਭਗਤ ਸਿੰਘ, ਉਧਮ ਸਿੰਘ ਵਰਗੇ ਸੁਰਮਿਆਂ ਨੂੰ,
  ਐਵੇਂ ਗਾਂਧੀ ਨੂੰ ਬਾਪੂ ਬਣਾਈ ਫਿਰਦੇ...
*ਇਨਕਨਾਬ ... ਜਿੰਦਾਬਾਦ...

CHARKHEYAN  Naal Desh nhi Azad hoya,
  Aiven lok GANDHI vargeyan nu sehra bnayi firde.
Ohna diyan DHOTTIAN naal nahi ANGREJI sarkar hilli,
  PHOTO jinna di NOTTAN te shapayi firde.
Khoon dolke jinha layi AZAADI ,
  Kùrbani ohna di ajj dillon bhulayi firde,
Bhull k "BHAGAT SINGH, UDHAM SINGH" soormeya nu ,
  Aiven GHANDI nu Bapu banayi firde.

*INKALAAB
……..JINDABAAD*