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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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हमारे ज़ख्मों की - Hamare zakhmo ki

हमारे ज़ख्मों की वजह भी वो हैं,
  हमारे ज़खमों की दवा भी वो हैं,
वो नमक ज़खम पे लगाऐं भी तो क्या हुआ..
  महोब्बत करने की वजह भी तो वो हैं...
Hamare zakhmo ki wajah bhi wo hain,
  hamare zakhmo ki dava bhi wo hain.
Wo namak zakhno pe lagaye bhi to keya hua,
  mohabbat karne ki wajah bhi to wo hain.