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शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
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क्यों चुपके से वो - Kyu chupke se wo

क्यों चुपके से वो लोग उतर जाते हैं दिल में,
  जिनसे कभी किसमत के सितारे नहीं मिलते,
प्यार के भंवर में ये कह के छोड दिया,
  कि कभी नदियों के दोनो किनारे नहीं मिलते..



Kyu chupke se wo log utar jate hai dil me
  Jinse kabhi kismat ke sitare nahi milte
pyar ke bhawar me ye keh ke chhod diya
  ki kabhi nadiyo ke dono kinare nahi milte