Skip to main content

Featured

शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
Home » Love Shayari » दूर रह कर - Dur Rehkr Bhi

दूर रह कर - Dur Rehkr Bhi

Love Shayari - Dur Reh Kar
दूर रह कर भी हमसे वास्ता रखना,
मुलाकात ना सही, पर बातों का सिलसिला रखना,
छु लो आसमाँ को तुम ये मेरी तमन्ना है,
पर हम तक वापस आने का रास्ता रखना।


Dur Rehkr Bhi Hmse Vasta Rakna,
Mulakat Na Sahi Par Bato Ka Silsila Rakna,
Chhu Lo Asmaa Ko Tum Ye Meri Tamanna Hai,
Par Hm Tak Vapas Aane Ka Rashta Rakhna.


Comments

Post a Comment