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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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Love Hindi Shayari - Woh Ziddi Tha

Love Hindi Shayari - Woh Ziddi Tha
वो जिद्दी था बहुत मगर.!
मेरी इल्तिजाओं पे मान जाता था.. !
मेरी हर बात पे वो इनकार करता. !
मगर मेरी जिद्द पे वो हार जाता था.. !
वो मुझको हमेशा अजनबी ही कहता था.. !
मगर दोस्तों की तरह ही रखता था.. !
मेरी हँसी उसे बुरी लगती थी.. !
मगर मुझे वो रोता भी नहीं देख सकता था.. !
जिस के इंतजार में खुद को भुला दिया.. !
वो हमेशा मुझ पागल कहा करता था.. !


Woh Ziddi Tha Bohat Magar!
Meri Eltijaon Pe Maan Jata Tha!
Meri Har Baat Pe Woh inkaar Karta!
Magar Meri Zidd Pe Woh Haar Jata Tha!
Woh Mujh Ko Hamesha Ajnabi Hi Kehta Tha!
Magar Doston Ki Tarha Hi Rakhta Tha!
Meri Hansi Usay Buri Lagti Thi!
Magar Mujhe Woh Rota Bhi nahi Dekh Sakta Tha
Jis K intezar Main Khud Ko Bhula Diya!
Woh Hamesha Mujhe Pagal kaha karta Tha..

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