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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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Foz Mein Moz Hai - Shayari for Indian Army

फौज में मौज हैँ,
हजार रूपये रोज है...
थोड़ा सा गम है,
इसके लिए भी रम है...
लाइफ थोड़ी रिस्की है,
इसके लिए तो विस्की है...
खानें के बाद फ्रुट है,
मरनें के बाद सैलूट है...
पहनने के लिए ड्रैस है,
ड्रैस में जरूरी प्रेश है...
सुवह-२ पी.टी है,
वॉर्निंग के लिए सीटी है...
चलने के लिए रूट है,
पहनने के लिए D.M.S बूट है...
खाने के लिए रिफ्रैशमेंन्ट है,
गलती करो तो पन्सिमेंन्ट है...
जीते-जी टैंन्सन है;
मरनें के बाद पैंन्शन है...|
╰☆╮ || # जयहिंद|| ╰☆

Comments

  1. Dekho To SahiTum Zara Hath Mera Thaam Kar Dekho To Sahi, Jaal Jayen Gey Loog Mehfil Me Chraghon Ki Tarha...

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  2. From that point, they extricated the components to be dissected and began processing the connection, etc... blog comment service

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  3. After the appalling calculation refreshes influencing the rankings of a few organizations, online entrepreneurs are currently extra-cautious and more spotlight on doing the correct practice in advancing their sites. blog comments service

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