Skip to main content

Featured

शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
Home » Hindi Shayari » Ajeeb Shaksh Tha - Urdu Shayari

Ajeeb Shaksh Tha - Urdu Shayari

अजीब शख्स था कैसा मिजाज़ रखता था,
साथ रह कर भी इख्तिलाफ रखता था,
मैं क्यों न दाद दूँ उसके फन की,
मेरे हर सवाल का पहले से जवाब रखता था,
वो तो रौशनियों का बसी था मगर,
मेरी अँधेरी नगरी का बड़ा ख्याल रखता था,
मोहब्बत तो थी उसे किसी और से शायद,
हमसे तो यूँ ही हसी मज़ाक रखता था,

Comments