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शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
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Hum Hindustani & I'm Hindu

रक्त में उबाल हो, क्रोध की मशाल हो !
धड़कने भड़क रही, जैसे कि भूचाल हो !!
माँ भारती पुकारती, कहाँ पे मेरे लाल हो !
यदि मेरा ख्याल हो, न द्वंद न सवाल हो !!
रक्त से करो श्रृंगार, आँचल ये मेरा लाल हो !
विजयी तुम्हारा भाल, और शत्रु का कपाल हो !!
असुरजनों का अंत हो, हों तो मात्र संत हो !
धर्म हो सुपंथ हो, सृजन हो न कि अंत हो !!
उठो उठो बढ़ो बढ़ो, बढ़ो बढ़ो बढे चलो !
लगा लो मृत्यु कंठ से, लौह में ढले चलो !!
विजय की भोर हो सदा, ना हार की निशीथ हो !
ह्रदय में एक भाव हो, हिन्दू धर्म की ही जीत हो !!

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