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शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
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Prem Deh Ka - प्रेम देह का

Prem Deh Ka - प्रेम देह का (Love Shayari)
प्रेम देह का मिलन नहीं है, प्रेम दिलों का जुड़ना है
चोटी पर चढ़कर मैं सोचूँ, आगे बढूँ कि मुडना है ?
समझ मुझे समझाती है ये, रुक जाओ,गिर जाओगे,
प्रेम कह रहा, पंख पसारो, नीलगगन तक उड़ना है..

rajput hu

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