Skip to main content

Featured

शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
Home » Love Shayari » शरमाई-सी तुम

शरमाई-सी तुम

शोर की इस भीड़ में ख़ामोश तन्हाई-सी तुम,
ज़िन्दगी है धूप, तो मदमस्त पुरवाई-सी तुम,
लाओ वो तस्वीर जिसमें प्यार से बैठे हैं हम,
मैं हूं कुछ सहमा हुआ-सा, और शरमाई-सी तुम।।

Comments