Skip to main content

Featured

अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
Home » Sad Shayari » कितनी तकलीफ

कितनी तकलीफ

होती है कितनी तकलीफ कब्र के नीचे,
ये ऊपर से फूल चड़ाने वाले क्या जाने,
दिल टूटता है तब चलती है कलम,
ये वाह वाह करने वाले क्या जाने..

Comments