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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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‪‎होठों‬ पे - Ishqiya Shayari

‪‎होठों‬ पे उलफत का नाम होता है,
आखों में छलकता ‪‎जाम‬ होता है,
‪‎तलवारों‬ की जरुरत वहां कैसे हो,
जहां नजरों से ‪‎कतल‬-ऐ-आम होता है।

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