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शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
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घरेलू नुस्खों पर दोहे - Gharelu Nuskhe Dohe by Amir Khusro

"Dohe" on Gharelu Nuskhe by  Amir Khusro in Hindi

दोहे घरेलू नुस्खे

1)
हरड़-बहेड़ा आँवला, घी सक्कर में खाए।
हाथी दाबे काँख में, साठ कोस ले जाए।

2)
मारन चाहो काऊ को, बिना छुरी बिन घाव।
तो वासे कह दीजियो, दूध से पूरी खाए।

3)
प्रतिदिन तुलसी बीज को, पान संग जो खाए।
रक्त-धातु दोनों बढ़े, नामर्दी मिट जाय।

4)
माटी के नव पात्र में, त्रिफला रैन में डारी।
सुबह-सवेरे-धोए के, आँख रोग को हारी।

5)
चना-चून के-नोन दिन, चौंसठ दिन जो खाए।
दाद-खाज-अरू सेहुवा-जरी मूल सो जाए।

6)
सौ-दवा की एक दवा, रोग कोई न आवे।
खुसरो-वाको-सरीर सुहावे, नित ताजी हवा जो खावे।

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