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शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
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हे मुरलीधर छलिया

Krishna Bhakti Shayari in Hindi

हे मुरलीधर छलिया मोहन, हम तुमको दिल दे बैठे,
  गम पहले ही क्या कम थे, इक और मुसीबत ले बैठे...
मन कहता है तुम सुन्दर हो, आँखें कहतीं है दिखलाओ,
  तुम मिलते नहीं हो आकर के, हम कैसे कहें ये बैठे...
हे मुरलीधर, छलिया मोहन, हम तुमको दिल दे बैठे,
  गम पहले ही क्या कम थे, इक और मुसीबत ले बैठे...
महिमा सुन कर हैरान हैं हम, तुम मिल जाओ तो चैन मिले,
  मन खोजकर भी तुमको पाता नहीं है, तुम खोकर उसी मन में हो बैठे...
हे मुरलीधर छलिया मोहन, हम तुमको दिल दे बैठे,
  गम पहले ही क्या कम थे, इक और मुसीबत ले बैठे...
कृष्ण तुम्हीं और राम तुम्हीं प्रभु , योगेश्वर तुम्हीं, घनश्याम तुम्हीं,
  धन्य भागी बने हम भी कभी, जो मिल जाओ यमुनातट पे बैठे...
हे मुरलीधर छलिया मोहन, हम तुमको दिल दे बैठे,
  गम पहले ही क्या कम थे, इक और मुसीबत ले बैठे...

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