Skip to main content

Featured

अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
Home » Life Shayari » ये जो ज़िन्दगी की किताब है

ये जो ज़िन्दगी की किताब है

ये जो ज़िन्दगी की किताब है - Life shayari

> ये जो ज़िन्दगी की किताब है,
ये किताब भी क्या किताब है|

कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है,
कहीं जान-लेवा अज़ाब है|

कहीं छाँव है कहीं धूप है,
कहीं और ही कोई रूप है,

कई चेहरे इस में छुपे हुए,
इक अजीब सी ये नक़ाब है|

कहीं खो दिया कहीं पा लिया,
कहीं रो लिया कहीं गा लिया,

कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी,
कहीं मेहरबान बेहिसाब है|

ये जो ज़िन्दगी की किताब है,
ये किताब भी क्या किताब है| 

Comments