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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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अमीर-ए-शहर

Mohobat Shayari, Wafa Shayari

अमीर-ए-शहर से ऊँचा वकार रखता हूँ,
गरीब होके भी दिल मालदार रखता हूँ,
मिले जो वक़्त तो कर्ज ए वफ़ा चुका देना,
जा तुझपे अपनी महोब्बत उधार रखता हू..


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