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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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किताब क्यू पढ़ती

Dil Ko Padhna Shayari - दिल को पढ़ना शायरी
किताब क्यू पढ़ती हो ,
किताबो मे क्या रखा है
मेरे दिल को पढ़ ,
सारा जमाना छिपा रखा है ...

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