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अपने हसीन होंठों को

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं...
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हसरतों का खेल - Hasrton ka khel

हसरतों का खेल भी अजब है , 
जो नहीं मिला उसी की तलब है ,
मिल जाए सब कुछ ये मुमकिन नहीं , 
शायद इस अधूरेपन में भी कोई सबक है !

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