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शादी का सुंदर बंधन - Shadi Ka Sundar Bandhan

शादी है प्रेम का मधुर एहसास, दो दिलों का पावन विश्वास। सात फेरे, सात जनम का साथ, हर सुख-दुख में रहे हाथों में हाथ। मंगल गीतों की गूँजे धुन, खुशियों से भर जाए हर गली, आँगन। सम्मान, भरोसा, प्रेम हो गहरा, साथ निभाए हर मौसम में ठहरा। नवजीवन का सुंदर आरंभ, शादी है प्रेम का सच्चा संगम। 
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कभी तू फूल बन - Kabhi tu ful ban kar

कभी तू फूल बन कर मुसकुराता है, 
कभी तनहाईयों में सताता है, 
कयों जिंदगी कि मुश्किलें बढाता है, 
ए दिल बता आखिर तू क्या चाहता है, 
महफूज रखा था खयालों में तुझको, 
क्यों बेचैनियाँ बढाता है, 
हंस के छिपा लेती हूँ आखों में दर्द को 
हसरतों के बाजार में क्यों
  सहरा मुझे नजर आता है....
♥️♥️♥️

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